“पैरवी पुत्रों” के भरोसे चलता है जिला कृषि कार्यालय

कृषि विभाग के भ्रष्टाचार से किसान हलकान, सरकार को भेजा पत्र

“पैरवी पुत्रों” के भरोसे चलता है जिला कृषि कार्यालय
दीपक कुमार को 2013 में आर्थिक अपराध इकाई द्वारा भ्रष्टाचार के आरोप में  कारण पृच्छा की मांग की गई थी, जब जिला कृषि पदाधिकारी धर्म वीर पांडेय थे, जिनपर आर्थिक अपराध इकाई में कार्रवाई/कार्यवाही चल रही है | सुचना के अनुसार दीपक कुमार पर 2013 में ही प्रपत्र ‘क’ गठित किया गया फिर भी नतीजा सिफर रहा

सागर सूरजIMG-20230116-WA0110

मोतिहारी : ज़िले के कृषि विभाग इन दिनों भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर लगातार सुर्ख़ियों में रहा है | कृषि यन्त्र अनुदान योजना में लूट, यूरिया की कालाबाजारी, कृषि विपणनबागवानीसिंचाईबीजमशीनरी और प्रौद्योगिकी, पौध संरक्षण जैसी योजनाओं में करोड़ों रूपये किसानों के हकों को मार कर सम्बंधित अधिकारियों के पॉकेट गर्म करने वाले कृषि विभाग के कर्मचारी भी इन दिनों भ्रष्टाचार विरोधी संगठनों के निशाने पर है |

Read More मोतिहारी में घटी “द केरला स्टोरी” जैसी घटना, नाम बदलकर किया महिलाओं का यौन शोषण, भेजा गया जेल

अगर आरोपों पर गौर किया जाए तो कृषि विभाग में भ्रष्टाचार की एपी-सेण्टर अवैध रूप से प्रतिनियुक्त कृषि समन्वयक है, जो अधिकारियों और किसानों के बीच के भ्रष्टाचार के सेतु होते है | जिले में सक्रीय कृषि माफियाओं की पकड़ कृषि विभाग में कुछ इस कदर होता है कि ज्यादातर सब्सिडी और अन्य योजनाओं का लाभ इन माफियाओं के माध्यम से ही होकर गुजरता है |

Read More पटना के पुलिस के फ्लैट में चल रहा था सेक्स रैकेट

यही कारण है कि ‘इन कमासुत’ पुत्रों को जिला कृषि पदाधिकारी भी जल्दी पंचायतों के लिए छोड़ना नहीं चाहते है | अब मोतिहारी जिला कृषि कार्यालय को ही देखिए सरकार के मुख्य सचिव के आदेश की अवहेलना करते हुये कृषि समन्वयक दीपक कुमार की प्रतिनियुक्ति को कृषि पदाधिकारी दवारा नहीं हटाया जा रहा है | कर्मचारी नेता भाग्य नारायण चौधरी के दवारा अधिकारियों को भेजे गए पत्रों में लगाये गए आरोपों पर अगर नजर डाली जाए तो काफी विरोध के बाद भी जिला कृषि पदाधिकारी दीपक कुमार को वापस पंचायतों में नहीं भेज रहे है | जिला पदाधिकारी के स्तर से कारण पृच्छाविभागीय कार्यवाही आदि सख्त आदेश/चेतावनी के बाद उनको शहर के ही एक प्रखंड बंजरिया में पदस्थापित किया गया लेकिन किसी पंचायत में नहीं भेजा गया है, यद्यपि सरकारी आदेश पंचायत में पदस्थापित करने के लिए है। फिर भी वे ज्यादातर समय जिला कृषि कार्यालय में ही नजर आते है |

Read More कैडेटों ने चांदमारी में की फायरिंग

IMG_20230108_204646

 

   विदित हो कि दीपक कुमार को 2013 में आर्थिक अपराध इकाई द्वारा भ्रष्टाचार के आरोप में  कारण पृच्छा की मांग की गई थी, जब जिला कृषि पदाधिकारी धर्म वीर पांडेय थे, जिनपर आर्थिक अपराध इकाई में कार्रवाई/कार्यवाही चल रही है | सुचना के अनुसार दीपक कुमार पर 2013 में ही प्रपत्र ‘क’ गठित किया गया फिर भी नतीजा सिफर रहा |

आदेशानुसार इन लोगों को पंचायत भवन में रहना है, लेकिन आरोप है कि किसान किसी भी कार्य के लिए कार्यालय में जाता है, उसे अपने पैरवी पुत्र दीपक से मिलने का आदेश दिया जाता है | और फिर शुरू होता है किसानों के शोषण का सिलसिला | ज्यादातर किसान योजनावों का लाभ लेने से बेहतर वहां से भाग खड़ा होना बेहतर समझते है |

इधर एक अन्य कृषि समन्वयक अमित कुमार तिवारी ने भी दीपक कुमार की प्रतिनियुक्ति को अवैध करार दिया और सचिव को भेजे पत्र में आरोप लगाया कि पंचायतों पदस्थापना में भी वरीयता क्रम और नियमों की धज्जियाँ उड़ाया गयी |

इधर ना तो जिला कृषि अधिकारी इस मामले में बोलने को तैयार है और ना ही कृषि समन्वयक दीपक कुमार |

क्रमशः

 

 

Related Posts

Post Comment

Comments

राशिफल

Live Cricket

Recent News

घरवाले रील्स नहीं बनाने देने के कारण तीन लड़कियों ने भागने का किया फैसला, वजह जानकर आप भी चौंक जायंगे घरवाले रील्स नहीं बनाने देने के कारण तीन लड़कियों ने भागने का किया फैसला, वजह जानकर आप भी चौंक जायंगे
बेगूसराय जिले के मंझौल सहायक थाना क्षेत्र के पवड़ा गांव से 31 मई से गायब तीनों नाबालिग छात्राओं को पुलिस...
#love merriage: रात में प्रेमी को प्रेमिका से मिलना पड़ा महंगा, ग्रामीणों ने रंगे हाथ पकड़ा
#Motihari News: “बीनएम इम्पैक्ट” : कृषि विभाग का अवैध रूप से बहाल लेखपाल प्रशांत चयनमुक्त
#Politics: आनंद मोहन ने भाजपा को दी सुपड़ा समेत साफ करने की चुनौती, दम है तो 24 को चुनाव जीत के बताएं
#Dowry Harassment: दहेज उत्पीड़न के कारण एक नवविवाहिता की संदिग्ध स्थिति में मौत
#Murder in patna: एक दोस्त ने दोस्त की चाकू से गोदकर की निर्मम हत्या
#Odisha Train Accident : 2009 में भी शुक्रवार को ही हादसे का शिकार हुई थी कोरोमंडल एक्सप्रेस, तब कितनी मौतें

Epaper

मौसम

NEW DELHI WEATHER