चीनी मील की जमीन की हो रही थी रात्रि में कब्ज़ा, श्रीकांत जयसवाल पर प्राथमिकी दर्ज

चीनी मील की जमीन की हो रही थी रात्रि में कब्ज़ा, श्रीकांत जयसवाल पर प्राथमिकी दर्ज

बंद चीनी मील का 195 बीघा, 18 कट्ठा में फैला है साम्राज्य

Reported By SAGAR SURAJ
Updated By RAKESH KUMAR
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थानाध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि राजस्व कर्मचारी मुकेश गिरी के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है | आरोपी गण चीनी मील की जमीन पर चाहरदीवारी कर रहे थे, प्रशासन द्वारा मना करने के बाद भी रात्रि में संरचना कार्य किया जा रहा था |

 

सागर सूरज

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मोतिहारी : 1936 में स्थापित मोतिहारी हनुमान चीनी मील की जमीन भी अब भू-माफियाओं के हत्थे चढ़ने लगा है | चीनी मील 2002 में किसानों के करोड़ों रूपये बकाया रखते हुये बंद हो गयी थी | उम्मीद थी कि मील के अरबों रूपये के सम्पति से किसानों और कर्मियों के बकाये रूपये वापस हो जायेंगे |

 सदर अनुमंडल पदाधिकारी ने हवाई अड्डा स्थित चीनी मील की एक बीघा दो कट्ठा जमीन पर चाहरदीवारी करते जमीन कारोबारियों को रोकते हुये कारोबारी श्रीकांत जयसवाल के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है | श्रीकांत जयसवाल पर आरोप है कि वे जमीन और तेल के धंधे में गत दस वर्षों में अरबों की सम्पत्ति आर्जित किये है | अब उनकी नजर चीनी मील की जमीन पर है जो शहर में होने के कारण काफी कीमती है |

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थानाध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि राजस्व कर्मचारी मुकेश गिरी के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है | आरोपी गण चीनी मील की जमीन पर चाहरदीवारी कर रहे थे, प्रशासन द्वारा मना करने के बाद भी रात्रि में संरचना कार्य किया जा रहा था |

इधर श्रीकांत जयसवाल के पारिवारिक सूत्रों कि माने तो सन 2012 में तक़रीबन 4 करोड़ की राशि बिरला परिवार के सदस्य विमल कुमार नोपानी को दिया गया था और उसका एक अनुबंध पत्र भी तैयार करवाया गया था |

इधर सदर अनुमंडल पदाधिकारी श्रेष्ट अनुपन ने कहा कि आरोपियों दवारा दिखाया जा रहा अनुबंध पत्र क़ानूनी रूप से मान्य नहीं है | चीनी मील की जमीन पर किये जा रहे कब्जे के प्रयास को विफल कर दिया गया है |

इधर मौल और पेट्रोल पंप के साथ- साथ नागालैंड और मोतिहारी के बीच फैलाये अपने साम्राज्य को लेकर चर्चित श्रीकांत जयसवाल के साथ साथ कई भू-माफिया चीनी मील की जमीनों को खरीद विक्री में लगे है, जबकि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2017 में अपने मोतिहारी प्रवास के दरम्यान जिले के जिलाधिकारी और सम्बंधित बिहार सरकार के मंत्री को आदेश दिया था कि वे मोतिहारी चीनी मील, चकिया चीनी मील और कल्यानपुर चीनी मील के मामले का मूल्याङ्कन करें साथ ही मोतिहारी चीनी मील की सम्पत्ति का भी मूल्याङ्कन करे ताकि इसके रूपये से मील के 700 कर्मियों और तक़रीबन 10,000 किसानों के बकाएँ राशि की भुगतान की जा सके |

उल्लेखनीय है कि चीनी मील के दो कर्मी सूरज बैठा और नरेश नरेश श्रीवास्तव ने अपने बकाया राशि के मांग को लेकर आत्मदाह तक कर लिए थे | उच्च न्यायलय ने भी मोतिहारी चीनी मील की जमीन की खरीद विक्री पर रोक लगा रखी है, वावजूद इसके चीनी मील के बाइपास स्थित गेस्ट हाउस की कुछ भूमि सहित कई भूमि को बेच दिया गया और माफिया उसकी चाहर दिवारी भी करवा चुके | रोक सूची में होने के वावजूद धड़ल्ले से ऐसे जमीनों कि विक्री भी हो जाती है |

 बता दें कि हनुमान चीनी मील की अपनी 195 बीघा 18 कट्ठा जमीन थी, जिसमे इंख की खेती से लेकर चीनी मील की फैक्ट्री, गेस्ट हाउस आदि स्थापित थे |

 

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