मोतिहारी सदर अस्पताल में जख्म-प्रतिवेदन के गंदे खेल के आरोपों की जाँच करेगी अधिकारियों की 'हाई लेवल' टीम- डीएम

मोतिहारी सदर अस्पताल में जख्म-प्रतिवेदन के गंदे खेल के आरोपों की जाँच करेगी अधिकारियों की 'हाई लेवल' टीम- डीएम

नेपाल यात्रा मामले में जाँच कर रही चिकित्सकों की टीम ने जांच रिपोर्ट देने से किया इंकार

Reported By SAGAR SURAJ
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सदर अस्पताल उपाअधीक्षक डॉ एसएन सिंह के विरुद्ध लगे आरोपों की जाँच स्वास्थ्य एवं जिला प्रशासन से सम्बंधित अधिकारियों की एक ‘हाई लेवल’ टीम करेगी | जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने ‘बीएनएम’ की खबर पर संज्ञान लेते हुए सिविल सर्जन को एक नयी टीम बनाने का आदेश दिया है |
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Dr SN Singh and Dr Manoj Kumar face to face

 

सागर सूरज

मोतिहारी : सदर अस्पताल उपाअधीक्षक डॉ एसएन सिंह के विरुद्ध लगे आरोपों की जाँच स्वास्थ्य एवं जिला प्रशासन से सम्बंधित अधिकारियों की एक ‘हाई लेवल’ टीम करेगी | जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने ‘बीएनएम’ की खबर पर संज्ञान लेते हुए सिविल सर्जन को एक नयी टीम बनाने का आदेश दिया है |

‘बॉर्डर न्यूज़ मिरर’ से बात करते हुए जिलाधिकारी ने कहा है कि डॉ मनोज कुमार द्वारा लगाये गए आरोप काफी गंभीर किस्म का है | मामले की जाँच चिकित्सा पदाधिकारी लेवल से ना करवा कर वरीय अधिकारियों की एक टीम करेगी | सिविल सर्जन को आदेश दिया गया है कि टीम में खुद के अलावा डीआईओ, पीजीआरओ लेवल के अधिकारी रहे और तमाम आरोपों की जाँच करे | जिलाधिकारी ने कहा कि डॉ मनोज कुमार के आरोपों की जाँच के बाद ही उनके त्याग पत्र पर कोई निर्णय लिया जायेगा |

डीएम ने कहा कि जाँच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के विरुद्ध गंभीर कार्रवाई की जाएगी |

इधर उपाधीक्षक डॉ एसएन सिंह और उनकी पुत्र बधू डॉ सुनीता कुमारी के विरुद्ध बिना छुट्टी के नेपाल यात्रा करने और लौटने के बाद उपस्थिति पंजी पर हस्ताक्षर करने और सैलरी उठा लेने जैसे आरोपों की जाँच कर रही तीन सदसीय टीम ने लिखित रूप से इस मामले की जाँच करने से मना कर दिया है |

डॉ मनोज कुमार की माने तो डॉ एसएन सिंह के दबाब और प्रभाव के कारण जाँच टीम ने भी जाँच ना करके जाँच टीम से ही मुक्ति की गुहार सिविल सर्जन से लगायी है, वही जाँच कर रहे चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अवधेश कुमार, डॉ एचएन ठाकुर, डॉ एससी भारतीय ने जाँच मामले में अपने हाँथ खड़े कर दिए है | इधर ‘मेडिको लीगल फाइल्स’ में अनावश्यक हस्तक्षेप, मन माफिक जख्म प्रतिवेदन बनवाने जैसे आरोप डॉ एस एन सिंह पर लगाये है | साथ ही जिलाधिकारी को नौ फ़रवरी और तेरह फ़रवरी को लिखित रूप से भेजे गए आरोपों की झडिया वाला आवेदन और कथित प्रताड़ना से उब कर त्याज पत्र देने का मामला भी तूल पकड़ने लगा है |

सनद रहे कि डॉ मनोज कुमार ने अपने आवेदन में एक ख़ास घटना की जिक्र करते हुए कहा कि उक्त मामले में एक चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी को मेरे पास भेज कर इंजरी रिपोर्ट प्राप्त करने का प्रयास डॉ एसएन सिंह द्वारा किया गया | ऐसे दबाब बार- बार आते है ताकि रिपोर्ट को उनके मन मुताबित बनायीं जाए या समय से पूर्व रिपोर्ट को लीक किया जा सके और अपने चहेतों को अनुगृहित किया जा सके या इसका कोई आर्थिक लाभ भी लिया जा सके |

सभी आरोप लिखित और कैमरे के सामने डॉ मनोज कुमार ने लगाये, वही फेनहरा के रहने वाले मंटू कुमार सिंह ने जिलाधिकारी को भेजे पत्र में आरोप लगाया कि डॉ एसएन सिंह, उनकी पुत्र बधू और उनके परिवार के लोग नया साल का उत्सव् मनाने नेपाल तो चले गए लेकिन विभाग से इसका कोई छुट्टी नहीं लिया, यही नहीं लौटने पर उपस्थिति पंजी में हस्ताक्षर करके अपनी सैलरी भी उठा ली |

उल्लेखनीय है कि नियमानुसार स्वास्थ्य अधिकारियों को मुख्यालय से आठ किलोमीटर से अधिक की दुरी पर जाना है तो विभाग के वरीय अधिकारियों से अनुमति लेना होगा | लेकिन हद तो तब हो गयी जब नेपाल में नए साल का आनंद लेते फोटो भी चिकित्सकों ने सोशल मीडिया पर डाल दी और बता दिया की देखों हम नेपाल में है |

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