
पुलिस को पांच वर्षो से AK-47 की थी तलाश, आखिरकार एसपी कान्तेश ने ढूढ़ निकला
कुख्यात कुणाल सिंह फिर हुआ गिरफ्तार
Reported By SAGAR SURAJ
Updated By RAKESH KUMAR
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एक प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से एसपी कान्तेश कुमार मिश्र ने कुणाल के अपराधिक इतिहास के साथ -साथ गिरफ़्तारी को साझा किया और कहा कि कुणाल हत्या और लूट के कई मामलों में संलिफ्त है । पूर्व में उसके गिरफ़्तारी के बाद न्यायलय से जमानत पर बहार था , लेकिन उसके अपराधिक गतिविधियाँ जारी थी है।

सागर सूरज
मोतिहारी। पूर्वी चंपारण की पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए स्वचालित हथियार ऐ के – 47 के साथ कुख्यात अपराधी कुणाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। मोतिहारी पुलिस को पांच वर्षो से कुणाल सिंह के AK-47 की तलाश थी, लेकिन आखिरकार एसपी कान्तेश ने ढूढ़ निकला है। कुणाल की गिरफ़्तारी उसके पैत्रिक गाँव पिपरा थाना के कुडिया गाँव से हुई, उसके पास से एक पिस्टल भी बरामद की गयी है |
एक प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से एसपी कान्तेश कुमार मिश्र ने कुणाल के अपराधिक इतिहास के साथ -साथ गिरफ़्तारी को साझा किया और कहा कि कुणाल हत्या और लूट के कई मामलों में संलिफ्त है । पूर्व में उसके गिरफ़्तारी के बाद न्यायलय से जमानत पर बाहर था , लेकिन उसके अपराधिक गतिविधियाँ जारी थी है।
एसपी कान्तेश कुमार मिश्र द्वारा बनायीं गयी एसटीएफ ने इस कुख्यात को पिपरा कोठी थाने के सहयोग से इस गिरफ़्तारी एवं जब्ती को अंजाम दिया है । टीम का नेतृव चकिया एसडीपीओ कर रहे थे, वही मोतिहारी एसपी कान्तेश कुमार मिश्र और टेक्निकल सेल की टीम अपराधी कुणाल के लोकेशन और गिरफ़्तारी को लेकर टीम को अपडेट दे रहे थे।
उल्लेखनीय है कि गत 16 दिसंबर, 2017 में मोतिहारी पुलिस की एक विशेष टीम ने चंपारण समेत नेपाल के कई इलाकों में आतंक का पर्याय बनते जा रहे शातिर कुणाल सिंह समेत पांच को गिरफ्तार कर लिया था। इनकी निशानदेही पर पुलिस टीम गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की गिरफ्तारी, एके-47 समेत अन्य घातक आग्नेयास्त्रों की जब्ती के लिए छापेमारी की थी, लेकिन तत्कालीन पुलिस को AK-47 हांथ नहीं लग पाया था।
तब कुणाल की गिरफ्तारी मोतिहारी के तत्कालीन एसपी उपेंद्र कुमार शर्मा और बेतिया एसपी विनय कुमार के नेतृत्ववाली टीम ने मुजफ्फरपुर जिले के साहेबगंज थाने के पहाड़पुर मनोरथ गांव के सुधीर सिंह के बथान से की।
पूछताछ में खोले थे कई राज
गिरफ्तार कुणाल ने पूछताछ में कई राज खोले। बताया कि किस तरह बेतिया कोर्ट में 11 मई 2017 को हुई शातिर बबलू दुबे की हत्या को अंजाम दिया गया था। इसमें किन लोगों का साथ मिला था। साजिश में कौन-कौन शामिल थे? उसने रक्सौल के कैंब्रिज स्कूल परिसर में 3 जुलाई 2017 को एके-47 से की गई फायरिंग के बारे में भी बताया। इसकी साजिश का भी खुलासा किया।
कई मामलों में संलिप्तता
शातिर कुणाल ने पीपरा थाने की कुंवरपुर पंचायत की मुखिया मालती देवी के पति विरेंद्र ठाकुर व पुत्र राजकपूर ठाकुर की हत्या कर सनसनी फैला दी थी। इसके अलावा कल्याणपुर में पुलिस के साथ मुठभेड़ समेत नगर व चकिया थाने में उसके खिलाफ रंगदारी के मामले दर्ज हैं। कुणाल के बढ़ते खौफ को लेकर जिला पुलिस ने उसके नाम पर पचास हजार रुपये के इनाम की घोषणा करने के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा था। लेकिन, प्रस्ताव मंजूर नहीं हो पाया था।
पुलिस अभिरक्षा भागने में माहिर था कुणाल
27 मार्च 2017 को मोतिहारी सेंट्रल जेल से पेशी के लिए कुणाल को मोतिहारी कोर्ट लाया गया था। पेशी के बाद उसे लेकर सिपाही लौट रहा था। इसी क्रम में वह हथकड़ी छुड़ाकर भाग निकला था।
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