
पटना के एसके पुरी थाने में तैनात महिला सिपाही बबली कुमारी से रकम दोगुना करने का झांसा देकर जालसाज ने आठ लाख की ठगी कर ली। पीड़िता ने एसके पुरी थाने में केस दर्ज करवाया है। ठगी करने वाले ने खुद को एक इंश्योरेंस कंपनी का एजेंट बताया था। उसके झांसे में आकर महिला सिपाही ने बैंक के साथ ही अपने जानने वालों से कर्ज लेकर ठग को रुपये दिये थे।
बबली पिछले दिनों लिए गांधी मैदान गयी थी। वहां उसकी मुलाकात मनोज कुमार सिंह से हुई। उसने उसे बातों में उलझा लिया। मनोज ने महिला सिपाही से कहा कि वह एक इंश्योरेंस कंपनी में एजेंट है। उसने एक पॉलिसी का हवाला देते हुए बताया कि उसे लेने पर रुपये आठ साल में दोगुना हो जायेंगे। बबली ठग के झांसे में आ गयी।
घर पहुंचा ठग और रुपये लेकर हो गया फरार
रुपये दोगुना होने की बात सुनकर बबली ने एसबीआई से 31 मई को तीन लाख 95 हजार रुपये का लोन लिया। उसने पीसीआर में तैनात अपने साथी मनोहर कुमार से एक लाख 16 हजार और अलग-अलग लोगों से भी कर्ज लेकर आठ लाख रुपये इकहा कर लिये। फिर उसने मनोज को राजापुर पुल स्थित अपने किराये के मकान में बीते तीन जून को बुलाया। इसके बाद उसने ठग को आठ लाख रुपये लिफाफा में दे दिये। इसके बाद वह चाय बनाने के लिए चली गयी।
इस बीच ठग ने उसे बताया कि एक कागजात पर उसके हस्ताक्षर की जरूरत है। वह कागजात उसके दोस्त के पास से है जिसे लेकर वह राजापुर पुल तक पहुंच चुका है। वह उसे लाने जा रहा है। इतने में मनोज रुपये से भरा लिफाफा उठाकर वहां से चला गया।
ठगी के बाद मोबाइल को कर दिया स्विच ऑफ
इधर, काफी देर तक जब मनोज नहीं आया तो बबली ने उसके मोबाइल नंबर पर कॉल किया। लेकिन आरोपित का मोबाइल स्विच ऑफ बताने लगा। हालांकि महिला सिपाही ने ठग की डायरी से एक रविशंकर रावत नाम के व्यक्ति का मोबाइल नंबर नोट कर लिया है। जो संभवतः उसका साथी हो सकता है। दूसरी तरफ जब महिला सिपाही ने टेबल पर रखे लिफाफा को उठाकर देखा तो उसमें नोट के आकार के कागज के बंडल रखे थे। मनोज ने ही वहां एक दूसरा लिफाफा रख दिया था ताकि बबली को शक न हो।। इधर, केस दर्ज होने के बाद पुलिस इस मामले की छानबीन करने में जुटी है।
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