तिनसुकिया। जिला के बाघजान इलाके में गत 09 जून से विस्फोट के बाद लगी आयल के तेल कुएंं की आग को 12 दिन बाद भी बुझाया नहीं जा सका है। वर्तमान समय में सुरक्षा एजेंसियों के सभी प्रयास अभी तक विफल ही साबित रहे हैं। इस हादसे में आयल के अग्निशमन विभाग के दो कर्मचारियों की मौत हो गई थी। सिंगापुर से आई 06 विशेषज्ञों की टीम के साथ नाजिराक के ओएनजीसी और बड़ोदरा व आयल के विशेषज्ञ लगातार आग को बुझाने के प्रयास में जुटे हुए हैं। यह टीम आग लगने वाले स्थान तक आसानी से पहुंच बनाने के लिए एक अत्याधुनिक पुल का निर्माण कर रहे हैं। इसके अलावा घटनास्थल के पास तीन बड़े तालाबों की खुदाई के साथ ही डांगरी नदी से पानी को एकत्र कर मौके पर पहुंचाया जा रहा है। यह कार्रवाई लगभग पूरी हो गई है। दुलियाजान आयल के मुख्य औद्योगिक इलाके में शिंगापुर के दल आग बुझाने के लिए आवश्यक सामानों की जांच करने में जुटे हुए हैं। वहीं ओएनजीसी और आयल के अधिकारी व कर्मचारी लगातार दिन-रात काम को अंजाम दे रहे हैं। इस हादसे के कारण आसपास के लगभग 07 हजार लोगों को सुरक्षित आश्रय शिविर में पहुंचाया गया है। आग के कारण इलाके में दहशत का माहौल कायम है।
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