आज की पत्रकारिता में विश्वनीयता की गम्भीर संकट: कुलपति

आज की पत्रकारिता में विश्वनीयता की गम्भीर संकट: कुलपति

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मोतिहारी, पूर्वी चंपारण। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी  के मीडिया अध्ययन विभाग द्वारा ‘पत्रकारिता में  विश्वसनीयता का संकट’ विषय पर  संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजीव कुमार शर्मा एवं स्वागत वक्तव्य प्रति कुलपति प्रोफेसर अनिल कुमार राय ने दिया। विशेषज्ञ वक्ता के रूप में वरिष्ठ पत्रकार ज्ञान वर्धन […]
मोतिहारी, पूर्वी चंपारण। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी  के मीडिया अध्ययन विभाग द्वारा ‘पत्रकारिता में  विश्वसनीयता का संकट’ विषय पर  संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजीव कुमार शर्मा एवं स्वागत वक्तव्य प्रति कुलपति प्रोफेसर अनिल कुमार राय ने दिया। विशेषज्ञ वक्ता के रूप में वरिष्ठ पत्रकार ज्ञान वर्धन मिश्र एवं लव कुश कुमार मिश्र ने कार्यक्रम को संबोधित किया। विषय प्रवर्तन विभाग के अध्यक्ष प्रो.अरुण कुमार भगत ने किया। संगोष्ठी का  संचालन डॉ. परमात्मा कुमार मिश्र ने किया।
अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति प्रो. संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि पत्रकारिता के सैद्धान्तिक एवं व्यावहारिक पक्षों के बीच तालमेल होना आवश्यक हैं। पत्रकारिता जनोन्मुख और सर्वग्राह्य हो यह जरूरी हैं। आपातकाल की पत्रकारिता का जिक्र करते हुए प्रो. शर्मा ने कहा कि उस समय के पत्रकारों ने प्रतिकूल परिस्थितीयों में धैर्य नही खोया और गरिमा बनाये रखा। आज पत्रकारिता में विश्वनीयता का गम्भीर संकट आया हैं। पत्रकारिता सेवा भाव से किया जाना चाहिए जो  जन आकांक्षाओं के अनुकूल होनी चाहिए। विषय प्रवर्तन करते हुए प्रो. अरुण कुमार भगत ने कहा कि पत्रकारिता सत्यम सुंदरम जैसा होना चाहिए। लेकिन आज पत्रकारिता के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती विश्वसनीयता को लेकर हैं। जिसको दुरुस्त करने की आवश्यकता है। विशेषज्ञ वक्ता के रूप वरीय पत्रकार लव कुमार मिश्र ने कहा कि पत्रकारों को वाणी पर संयम रखते हुए दिमाग को खुला रखकर पत्रकारिता करने की जरूरत हैं। उन्होंने कहा हमे सकारत्मक सोच के साथ आगे बढ़ने की जरूरत हैं। कार्यक्रम के दूसरे वरीय पत्रकार ज्ञान वर्धन मिश्र ने कहा कि पत्रकारिता निष्पक्ष एवं तथ्यपरक  होनी चाहिए। समाज के हितों का ख्याल और उनका दिशा निर्देशन भी पत्रकारिता का दायित्व होनी चाहिए। संगोष्ठी का आभार एवं धन्यवाद ज्ञापन मीडिया अध्ययन विभाग के सहायक प्राध्यापक एवं संगोष्ठी संयोजक डॉ. सुनील  दीपक घोडके ने किया। कार्यक्रम में प्रो. पवनेश कुमार, डॉ. बिमलेंद्र कुमार एवं विभाग के एसोसिएट प्रो. अंजनी कुमार झा, डॉ. परमात्मा कुमार मिश्र, डॉ. साकेत रमन, डॉ. उमा यादव  जनसम्पर्क अधिकारी शेफालिका मिश्रा, आदित्य मिश्रा तथा विभिन्न विभागों के शिक्षक गण, छात्र-छात्राएं एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

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