
मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा है कि केंद्र सरकार को सर्वप्रथम तीनों कृषि कानून वापस लेना चाहिए। इसके बाद ही इस कानून के बारें में चर्चा की जा सकती है। तीनों कानून संसद में बिना चर्चा किए पास किए गए हैं।
शरद पवार ने मुंबई में शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि तीनों कृषि कानून संसद में सिर्फ 15- 20 मिनट में बिना चर्चा किए पास किए गए हैं। इन पर संसद में विस्तृत चर्चा आवश्यक थी लेकिन ऐसा नहीं किया गया है। इस कानून में बहुत-सी विसंगतियां रह गई हैं। इसी वजह से देश के किसान आंदोलन कर रहे हैं। केंद्र सरकार को तत्काल इन तीनों कानूनों को वापस ले लेना चाहिए।
शरद पवार ने कहा कि अगर सरकार अड़ियल रवैये पर कायम रहती है तो यह किसान आंदोलन देश के अन्य हिस्सों में भी फैल सकता है। इसलिए समझदारी दिखाते हुए केंद्र सरकार को तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लेना चाहिए।
शरद पवार ने केंद्रीय राज्य मंत्री रावसाहेब दानवे के बयान के संबंध में पूछे गए सवाल पर कहा कि दानवे इसी तरह की बयानबाजी करते रहते हैं। उनके इस तरह के बयानों पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय राज्य मंत्री रावसाहेब दानवे ने जालना में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि दिल्ली की सीमा पर हो रहा कृषि आंदोलन एक साजिश है। इस आंदोलन में चीन और पाकिस्तान का हाथ है। दानवे के इसी बयान के विरोध में शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी की ओर से दानवे के घर के सामने प्रदर्शन किया गया।
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