इनकम टैक्स देने वाले चार सौ फर्जी किसान डकार गये “किसान सम्मान निधि योजना” का पैसा

इनकम टैक्स देने वाले चार सौ फर्जी किसान डकार गये “किसान सम्मान निधि योजना” का पैसा

Reported By BORDER NEWS MIRROR
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गोपालगंज। छोटे किसानों की मदद के लिए चल रही किसान सम्मान निधि योजना में बड़ी गड़बड़ी का मामला उजागर हुआ है। इस बीच आयकरदाता किसानों ने भी पीएम किसान सम्मान योजना का लाभ लिया है। इस लाभ में मुखिया पति से लेकर खार्दीधारी भी पीछे नहीं है। लेकिन, जब योजना को आधार से जोड़ा गया तो […]
गोपालगंज। छोटे किसानों की मदद के लिए चल रही किसान सम्मान निधि योजना में बड़ी गड़बड़ी का मामला उजागर हुआ है। इस बीच आयकरदाता किसानों ने भी पीएम किसान सम्मान योजना का लाभ लिया है। इस लाभ में मुखिया पति से लेकर खार्दीधारी भी पीछे नहीं है। लेकिन, जब योजना को आधार से जोड़ा गया तो उनकी पोल खुल गई।
अब तक जिले में 400 किसान चिह्नित किये जा चुके हैं। इन किसानों को पैसा लौटाने के लिए सरकार ने एक महीने का समय दिया है। तय अवधि में पैसा नहीं लौटाये तो उनके खिलाफ गलत जानकारी देने की कानूनी कार्रवाई सरकार कर सकती है। लेकिन आज तक 400 किसानों में महज चार किसानों ने ही लाैटाया है।
छोटे किसानों के लिए चल रही केंद्र सरकार की इस योजना में गलत तरीके से बड़े तथा संपन्न किसान भी सरकार से आर्थिक लाभ उठा लिया है। जिले में ऐसे 400 लाभुक किसानों की पहचान की गई है जो छोटे किसानों की हकमारी करके इस योजना का लाभ लिया हैं। सरकार ने अब ऐसे चिह्नित बड़े तथा संपन्न किसानों से योजना की राशि वसूल करने का निर्णय लिया है।
जिला कृषि पदाधिकारी डॉ वेद नारायण सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को हर चार महीने पर दो हजार रुपये की आर्थिक सहायता केंद्र सरकार देती है। इस योजना का लाभ लेने वालों किसानों के लिए कई शर्त भी है। इसमें वह खुद सरकारी सेवा में नहीं हो तथा आयकर दाता भी नहीं हो।
राशि वसूली के लिए जिन 400 किसानों को चिह्नित किया गया है वे सभी आयकर दाता हैं। चिह्नित किसानों में कई बड़े किसान, व्यापारी और पंचायत के प्रतिनिधि के रिश्तेदार भी शामिल हैं। सूची में जिले के अलावा शहर के भी कई लोगों के नाम शामिल हैं। इन चिह्नित किसानों का नाम भी अब आगे के लाभ की सूची से हटा दी गई है। छोटे किसानों की हकमारी करने का यह राज आधार कार्ड नंबर से खुल पाया। बताया गया किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को आवेदन के साथ अपना बैंक अकाउंट के साथ आधार कार्ड का नंबर भी देना होता है। बताया गया कि आवेदन पत्र के साथ संलग्न यही आधार कार्ड का नंबर इन संपन्न किसानों के चेहरों को उजागर करने में सरकार के लिए बड़ा हथियार साबित हुआ।
जानकारी दी गई केंद्र सरकार ने सभी लाभुक किसानों के आधार नंबर को आयकर दाताओं की सूची से मिलान किया गया। इसी जांच में जिला के 400 संपन्न किसानों की पहचान हुई है। छह किस्तों में सीधे खाते में भेजी गई योजना की राशि किसान सम्मान निधि योजना के तहत चिह्नित 400 किसानों ने गलत तरीके से लाखों रुपये का लाभ सरकार से हासिल किया है। कई किसानों के 2 हजार रुपये का एक किश्त,तो कुछ ने 6 किस्तों की राशि 12 हजार रुपये तक का भुगतान लिया हुआ है। अपनी पहचान छुपाकर योजना का लाभ लेने वाले सबसे अधिक बैकुंठपुर प्रखंड में 50 किसान हैं। इसी तरह बरौली में 40, सदर प्रखंड में 30, उचकागांव प्रखंड में 28 आदि 14 में 400 लोगों ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना का लाभ लिया है।
प्रखंड के चमनपुरा पंचायत के चमनपुरा गांव के नीतिश कुमार तिवारी,रामाशंकर प्रसाद पिता दिनानाथ साह, राजेन्द्र प्रसाद पिता दुधनाथ सिंह, फुलवरिया प्रखंड के फुलवरिया गांव के देवनाथ पिता सुराज राम, कटेया प्रखंड के गौरा पंचायत के गौरा गांव के अभिनंदन गुप्ता पिता राजकिशोर गुप्ता, रामजी पांडेय पिता मुख्यदेव पांडेय आदि 400 लोग शामल है। जिला कृषि पदाधिकारी वेदनारायन सिंह ने बताया कि चिह्नित किसानों से रुपये वापस लेने की कार्रवाई शुरू की गई है। किसानों की सूची कृषि समन्वयकों को उपलब्ध कराई गई है तथा उनसे सरकारी राशि सीधे सरकार के खाते में जमा कराने का निर्देश दिया गया है। 31 दिसम्बर तक रुपये वापस नहीं करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। 

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