
रिश्वत के आरोपी अंचल निरीक्षक को गिरफ्तार करने गई निगरानी टीम पर हमला
नवादा। जिले के रोह अंचल के अंचल निरीक्षक को रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार करने मंगलवार की देर शाम पहुंची निगरानी टीम के सदस्यों से सीआई के परिजनों के बीच जमकर धक्कामुक्की हो गई। इसमें निगरानी की टीम कमजोर पड़ गई और मोहल्ले वासियों के सहयोग से परिजनों ने सीआई को निगरानी (Surveillance) के चंगुल से छुड़ा लिया। इस बीच सीसीटीवी फुटेज में निगरानी के सदस्यों द्वारा सीआई के साथ धक्का-मुक्की तथा सीआई के परिजनों द्वारा निगरानी के सदस्यों को खदेड़ा जाने की तस्वीरें भी कैद हो गई है।
इस मामले में निगरानी के अधिकारी ने जहां वडेर रात्रि नगर थाना (town police station) में आवेदन देकर सीआई तथा उनके परिजनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है। वहीं सीआई ने खुद को बेकसूर बताते हुए गलत काम नहीं करने पर फसाए जाने की साजिश रचने का आरोप लगाया है। दस हजार रिश्वत (bribe) मांगने का आरोप मामले में बुधवार की सुबह निगरानी के अधिकारी ने बताया कि रोह प्रखंड के कोसी निवासी शंभू कुमार ने बीते 10 मार्च को निगरानी थाना (Monitoring station) में मामला दर्ज कराते हुए रोह प्रखंड के अंचल निरीक्षक दिलीप रजक पर दाखिल खारिज के लिए दस हजार रुपये मांगे जाने का आरोप लगाया था। 12 मार्च को निगरानी के सब इंस्पेक्टर धर्मवीर सिंह के द्वारा इसका वेरिफिकेशन पूरा किया गया। वेरिफिकेशन के बाद मंगलवार को अंचल निरीक्षक दिलीप रजक को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया जाना था। पैसे देने के लिए घर पर बुलाया सबूत इकट्ठा करने के बाद निगरानी की टीम अंचल कार्यालय रोह पहुंची तो पता चला कि सीआई नवादा समाहरणालय में एडीएम द्वारा लिए जा रहे बैठक में मौजूद है।
निगरानी की टीम कलेक्ट्रेट में अंचल निरीक्षक का इंतजार करने लगी। बैठक खत्म होने के बाद शंभू कुमार पैसा लेकर देने गया तो सीआई ने समाहरणालय में पैसा लेने से इनकार करते हुए घर पर बुलाया।तबतक देर शाम हो गयी। इसके बाद टीम नवादा के नवीन नगर स्थित दिलीप रजक के घर पहुंची। जहां अंचल निरीक्षक दिलीप रजक ने शंभू कुमार द्वारा दिया गया रिश्वत ले लिया। रिश्वत लेने के बाद निगरानी की टीम ने अभियुक्त को घेर लिया था। लेकिन इसी दौरान सीआई और उसके परिजन चोर-चोर का हल्ला करने लगे। इसके बाद काफी संख्या में लोग लाठी डंडा लेकर हमला कर दिया और अभियुक्त अंचल निरीक्षक को छुड़ा लेने में कामयाब रहे।
इधर इस मामले में आरोपी अंचल निरीक्षक दिलीप रजक ने इसे साजिश करार दिया है। अंचल निरीक्षक ने बताया कि शंभू कुमार हमसे गलत काम करवाना चाहता है,नहीं करने पर जानबूझकर मेरे हाथ में पैसा देकर पकड़वाना चाह रहा था। मैं मीटिंग से निकाल कर घर पहुंचा ही था कि 10 -12 लोगों ने मुझे खींच लिया और मारना पीटना शुरू कर दिया था। मोहल्ले के लोगों के जुड़ने के बाद मुझे छुड़ाया जा सका।उन्होंने साफ तौर पर कहा कि निगरानी विभाग के अधिकारी के द्वारा जबरदस्ती हमें फसाने की कोशिश की जा रही है अब इस मामले की गंभीरता से जांच की मांग उन्होंने एसपी से की है। फिलहाल दिलीप रजक पुलिस के भय से कही छुपे हैं।
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