साहित्यकार डॉ रामदेव झा के निधन और स्कूल हादसे पर तारकिशोर प्रसाद ने जताया दुख
पटना। मैथिली साहित्यकार डॉ रामदेव झा (Dr. Ramdev Jha) का 85 वर्ष की अवस्था में निधन हो गया है। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। बिहार के उप मुख्यमंत्री (dupty cm) तारकिशोर प्रसाद (Tarkishore Prasad) ने उनके निधन पर गहरी शोक संवेदना प्रकट की है। साथ ही उन्होंने दरभंगा के जाले प्रखंड स्थित स्कूल में करंट से हुए हादसे पर भी दुख जताया है।
उप मुख्यमंत्री ने शोक संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि डॉ रामदेव झा आधुनिक मैथिली साहित्य के स्तंभ थे। “पसीझैत पाथर” नाट्य संग्रह, उर्दू भाषा की पुस्तक ‘सगाई’ का मैथिली अनुवाद और बाल साहित्य उनकी प्रमुख कृतियां हैं, जिसपर उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाजा गया। उन्होंने कहा कि सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. रामदेव झा के निधन से मैथिली भाषा एवं साहित्य के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। आधुनिक मैथिली साहित्य के लिए उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।
तारकिशोर प्रसाद ने दरभंगा (Darbhanga) जिला अंतर्गत जाले प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय में बिजली के करंट से हुए हादसे पर गहरा दुख जताया है। इस हादसे में एक छात्रा की मौत होने एवं नौ की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। घटना की सूचना मिलते ही उप मुख्यमंत्री ने दरभंगा के जिलाधिकारी से दूरभाष पर तत्काल बात की एवं घटना की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि यह घटना अत्यंत दु:खद है। उन्होंने जिलाधिकारी को हादसे में घायल छात्रों (students) के तत्काल समुचित इलाज की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए एवं घटना के मूल कारणों का पता लगाकर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
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