मोतिहारी। गुरुवार को पुलिस ने सीबीआई (CBI) के एक फर्जी एसपी (Fake SP) को जिले के गोविंदगंज थाना (Govindganj Police Station) क्षेत्र के लौरिया गांव (Lauriya Village) स्थित राजकीय मध्य विद्यालय परिसर से गिरफ्तार (Arrest) किया है। पकड़ा गया युवक खुद को सीबीआई का एसपी बताता था और पुलिस पर दबाव डालकर अपना काम कराता था। साथ ही बेरोजगार युवकों से नौकरी दिलाने के नाम पर पैसा भी ऐंठता था। पुलिस के कबूलनामे में उसने कहा है कि मुझे बचपन से ही आईपीएस (IPS) बनने का शौक था, लेकिन पढ़ाई में कमजाेर होने के कारण नहीं बन पाया। इसके बाद हमने फर्जी एसपी बनने का प्लान बनाया। पकड़ा गया सीबीआई का फर्जी एसपी बुधवार को लौरिया प्राथमिक स्कूल (Lauriya Primary School) में जाकर अपने को सीबीआई का एसपी बन कर पैसा मांगने लगा। इस पर लोगों को शक हुआ। लोगों ने इसकी शिकायत स्थानीय थाना पुलिस को कर दी। फिर पुलिस (Police) ने जांच की तो वो जालसाज निकला। सूचना मिलते ही एसपी नवीन चंद्र झा (SP Navin Chandra Jha) के निर्देश पर सत्यापन एवं आवश्यक कार्रवाई करते हुए एक पुलिस टीम का गठन कर पुलिस ने अपना जाल बिछाया और गठित टीम द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए लौरिया गांव स्थित राजकीय मध्य विद्यालय परिसर में छापेमारी (Raid) किया जहां से उक्त सीबीआई के फर्जी एसपी को पुलिस ने अपनी हिरासत में ले लिया।
हिरासत में लिया गया व्यक्ति गोविंदगंज थाना क्षेत्र के राजेपुर गांव (Rajepur Village) निवासी प्रदीप प्रसाद का बेटा अमोल कुमार (Anmol Kumar) अपना नाम पुलिस को बताया है। जांच में पता चला कि एक बार काम नहीं होने पर उसने मलाही और गोविंदगंज पुलिस की शिकायत एएसपी और डीएसपी (DSP) से की थी। इसके बाद पुलिस के आला अफसरों को शक होने पर छानबीन की गई तो वो जालसाज निकला। गिरफ्तार फर्जी सीबीआई एसपी (Fake CBI SP) अमोल के पास से पुलिस ने जब तलाशी लिया तो इसके पास से कई आपत्तिजनक समान बरामद किया गया है। जिसमें 1 भूरे रंग के ट्रेवल बैग से नगद 5 लाख 60 हजार रुपये, फर्जी आई कार्ड, फर्जी नियुक्त पत्र, फर्जी परमिशन लेटर, सीबीआई का फर्जी सील, सीबीआई एसपी का फर्जी मुहर, सीबीआई एएसपी का फर्जी मोहर, एक अनजान भाषा का मुहर, भारत सरकार का फर्जी मुहर, पूर्व मुख्यमंत्री बिहार सरकार (Bihar Government) की फर्जी पत्र, 5 लिफाफा सीबीआई का सील बंद, 1 मोबाईल बरामद किया गया है। पुलिस टीम में गोविंदगंज थानाध्यक्ष सरफराज अहमद (Govindganj SHO Sarphraj Ahamad) तथा तकनीकी शाखा की टीम शामिल रही।
कोई ऐसा नहीं, जिसको ठगा नहीं
लोगों और लोकल अफसरों पर अपना धौंस जमाने के लिए उसने राष्ट्रपति से लेकर मुख्यमंत्री तक का लेटर पैड बनवा लिया था। समय-समय पर वह लोगों को दिखाता था और अपना काम करा लेता था। पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि पहली बार जालसाजी करने में झिझक हुई, लेकिन उसमें जब सफलता मिल गई तो मजा आने लगा। उसने कहा, ‘बिहार में बेरोजगारी बहुत है। युवा नौकरी के लिए परेशान हैं। बिहार में कोई काम बिना पैसा दिए नहीं होता है, ऐसे में उन्हें फंसाना आसान है। वो जल्दी से बात मान जाते हैं। पुलिस ने उसके पास से कई अभ्यर्थियों का पत्र भी बरामद किया है’।
अरेराज सीओ पर जमीन के लिए बनाया था दबाव
पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि अमोल ने अरेराज सर्किल ऑफसर ( Areraj CO) पर जमीन के सौदे के लिए दबाव बनाया था। काम नहीं होने पर उसने मोतिहारी के जिलाधिकारी (DM) को भी इसकी शिकायत कर दी थी।
शादी तय है, दहेज भी तगड़ा मांगा है
फर्जी सीबीआई ऑफिसर की पढ़ाई मोतिहारी (Motihari) और नेपाल (Nepal) में हुई है। वह अभी यहीं रह रहा था और सीबीआई का फर्जी एसपी बनकर घूम रहा था। इसी झांसे में आकर उसकी एक अच्छे घराने में शादी भी तय हुई है, जहां उसे दहेज में मोटी रकम और एक लग्जरी गाड़ी मिलने वाली है, ऐसा भी लोगों ने बताया।
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