पहाड़ी नदियों के जलस्तर में हुई बढ़ोतरी से निचले इलाकों में बाढ़ का बढ़ा खतरा

पहाड़ी नदियों के जलस्तर में हुई बढ़ोतरी से निचले इलाकों में बाढ़ का बढ़ा खतरा

रक्सौल के अंचल प्रशासन ने शरण स्थलों का चयन किया

Reported By BORDER NEWS MIRROR
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नेपाल के पहाड़ी क्षेत्र में हो रही मूसलाधार बारिश से पहाड़ी नदियों के जलस्तर में काफी तेजी से वृद्धि हो रही है। पहाड़ी नदियां सरिस्वा, तिलावे, बंगरी, गाद नदी सभी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इन नदियों में आए उफान से सीमावर्ती गांव के लोगों का डर बना हुआ है।

नेपाल के पहाड़ी क्षेत्र में हो रही मूसलाधार बारिश से पहाड़ी नदियों के जलस्तर में काफी तेजी से वृद्धि हो रही है। पहाड़ी नदियां सरिस्वा, तिलावे, बंगरी, गाद नदी सभी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इन नदियों में आए उफान से सीमावर्ती गांव के लोगों का डर बना हुआ है।

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फिलहाल रक्सौल सीमावर्ती क्षेत्र में बाढ़ जैसी स्थिति नहीं है, लेकिन जिस स्तर से पानी बढ़ रहा है आने वाले समय बाढ़ का पानी खेतों में जाने की संभावना बढ़ गई है। अंचलाधिकारी विजय कुमार ने बताया कि नदियों के जलस्तर की जांच कर रहे हैं।

वहीं अगर बाढ़ की स्थिति बनती है तो इसके लिए अंचल प्रशासन ने शरण स्थलों का चयन भी किया है। ताकि बाढ़ प्रभावित लोग यहां पर रह सके। सीओ विजय कुमार ने बताया कि पहाड़ी नदियों के जलस्तर पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। लोगों को भी अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। प्रशासन द्वारा बाढ़ से निपटने के लिए पूरी तैयारी की जा रही है। वहीं सुंदरपुर, टूमरिया टोला, अहिरवा टोला आदि स्थानों पर सड़क पर जलजमाव हो जाने से राहगीरों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। पानी के चलते जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है।

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