सहार के थानाध्यक्ष को एसपी की अनुशंसा के बाद डीआईजी ने किया बर्खास्त
आरा। भोजपुर जिले में सोन नदी (Son River) के सुनहरे रेत के अवैध कारोबार से काली कमाई करना एक थानाध्यक्ष को इतना महंगा पड़ गया कि उसे नौकरी गंवानी पड़ गई है। सहार थाना के थानाध्यक्ष आनंद कुमार सिंह (Sahar SHO Anand Kumar Singh) को बालू माफियाओं के साथ मिलकर बालू के अवैध कारोबार करने को लेकर एसपी राकेश दुबे (SP Rakesh Dubey) की अनुशंसा पर डीआईजी (DIG) ने बर्खास्त कर दिया है।
बीते जून महीने में बालू का कारोबार करने वाले एक ट्रक चालक के साथ बालू की ढुलाई और परिचालन के एवज में नाजायज पैसे नही देने को लेकर मारपीट की गई थी। इस मारपीट में बिहार पुलिस मेंस एशोसिएशन के अध्यक्ष के भाई अशोक सिंह शामिल थे। अशोक सिंह सहार के थानाध्यक्ष के साथ मिलकर बालू लदे ट्रको से अवैध वसूली करते थे और पैसे नही देने पर चालकों के साथ मारपीट करते थे।
ट्रक चालक संजय यादव की शिकायत पर अशोक सिंह और थानाध्यक्ष आनंद कुमार सिंह के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर जांच और कार्रवाई का जिम्मा एसपी ने मुख्यालय डीएसपी विनोद कुमार सिंह (DSP Vinod Kumar Singh) को दिया था।जांच के दौरान बिहार पुलिस मेंस एशोसिएशन के अध्यक्ष के भाई को उनके घर से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के साथ ही साढ़े सात लाख रुपये भी पुलिस ने उनके घर से बरामद किए। इस दौरान थानाध्यक्ष फरार हो गए।
अशोक सिंह के मोबाइल की जांच की गई तो थानाध्यक्ष आनंद कुमार सिंह के साथ बातचीत की ऑडियो क्लिप पुलिस के हाथ लग गई। बातचीत की ऑडियो क्लिप के आधार पर थानाध्यक्ष के खातों की जांच की गई तो स्पष्ट हो गया कि बिहार पुलिस मेंस एशोसिएशन के भाई और थानाध्यक्ष की मिलीभगत से बालू कारोबार से जुड़े ट्रको के चालको से पैसे वसूले जा रहे थे और अवैध बालू का कारोबार कराया जा रहा था।
जांच के बाद मिले पर्याप्त साक्ष्य के बाद एसपी ने डीआईजी को सहार थानाध्यक्ष को बर्खास्त (dismissed) करने की अनुशंसा की और डीआईजी ने थानाध्यक्ष को बर्खास्त कर दिया है।
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