सुशील मोदी ने बिहार में डिजिटल चुनाव की जताई थी संभावना
पटना, 20 मई। बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के बयान पर भले ही सियासी बहस छिड़ गई हो लेकिन राजद ने उप मुख्यमंत्री की बातों को कोरी कल्पना बताया है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा की सुशील मोदी कोई चुनाव आयोग नहीं हैं कि उनकी इस तरह की बातों पर प्रतिक्रिया दी जाए। सुशील मोदी ने मंगलवार को कहा था कि इस बार बिहार विधानसभा का चुनाव डिजिटल फ़ॉर्मेट में लड़ा जायेगा । मोदी ने कहा था कि उन्हें इस बात की उम्मीद है कि घर बैठे लोग ऑनलाइन वोटिंग कर सकेंगे। इलेक्शन कैंपेन से लेकर मतदान तक की प्रक्रिया सोशल डिस्टेंसिंग प्रोटोकॉल के साथ पूरी की जाएगी।
सुशील मोदी के इस बयान के बाद अब बिहार में नई सियासी बहस छिड़ी हुई है। मोदी के बयान को लेकर राजद ने कोई सीधी प्रक्रिया प्रतिक्रिया देने से इन्कार कर दिया है। हालांकि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव का मॉडल कैसा होगा, यह चुनाव आयोग तय करेगा। जगदानंद ने कहा कि यह चुनाव आयोग का संवैधानिक दायित्व है। देश में चुनावी प्रक्रिया तय करने का अधिकार और किसी के पास नहीं है। ऐसे में चुनाव आयोग जब विधानसभा चुनाव को लेकर पहल करेगा तब सारी बातों पर चर्चा होगी। राजद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी चुनाव आयोग नहीं हैं। इसलिए फिलहाल उनकी तरफ से रखी जा रही बातों पर कोई प्रतिक्रिया देना बेमानी है। जगदानंद सिंह ने कहा कि सुशील मोदी जो कुछ कह रहे हैं, वह उनकी सोच है। लेकिन बिहार की जनता मताधिकार का प्रयोग कैसे करे कि इसे आयोग को तय करना है। उन्होंने कहा कि बूथ कब्जे की घटनाओं पर काबू पाने के लिए ईवीएम का इस्तेमाल किया गया और अब जिस तरह की बातें सुशील मोदी कह रहे हैं, उससे घर में बैठकर मतदान करने वाले मतदाताओं पर दबाव बनाना आसान हो जाएगा। राजद के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इन सभी मुद्दों पर व्यापक चर्चा की जरूरत है और सही समय आने पर सब कुछ तय होगा।
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