कांग्रेस शासन में कोई भी सौदा बिना ‘सौदे’ के नहीं होता: रविशंकर प्रसाद

कांग्रेस शासन में कोई भी सौदा बिना ‘सौदे’ के नहीं होता: रविशंकर प्रसाद

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नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता व केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे की याद दिेलाते हुए कहा कि कांग्रेस शासनकाल में बिना किकबैक (कमीशन) के कोई काम नहीं होता था। कोई भी डील (सौदा) बिना डील (रिश्वत) के नहीं होती थी। रविशंकर प्रसाद ने अपने आवास पर […]

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता व केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे की याद दिेलाते हुए कहा कि कांग्रेस शासनकाल में बिना किकबैक (कमीशन) के कोई काम नहीं होता था। कोई भी डील (सौदा) बिना डील (रिश्वत) के नहीं होती थी।

रविशंकर प्रसाद ने अपने आवास पर आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जब भी सेना में किकबैक की बात होगी तो कांग्रेस की याद आएगी। बिना किकबैक के कोई काम नहीं होता था, कोई भी डील बिना डील के नहीं होती थी। अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदा मामले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि रिश्वत लिए जाने की बात सामने आने के बाद वर्ष 2013 में इस पर सीबीआई जांच का आदेश दिया गया था। जनवरी 2014 में सौदे को रद्द किया गया था।
उल्लेखनीय है कि 3 हजार करोड़ रुपए काअगस्ता वेस्टलैंड सौदा एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। सीबीआई ने जांच के बाद इस सौदे में सौदेबाजी के चलते जो आरोप पत्र दाखिल किया गया है, उसके कुछ अंश लीक हो गए हैं। आरोप पत्र के अनुसार मुख्य आरोपित राजीव सक्सेना के बयान और दस्तावेज बताते  हैं कि कांग्रेस के कई नेता किकबैक लेने में शामिल थे। पहले इस सौदे में तत्कालीन केन्द्रीय मंत्री और म. प्र. के मुख्यमंत्री कमल नाथ के भांजे रातुल पुरी का नाम सामने आया था। अब कमल नाथ के बेटे बकुल नाथ का नाम भी सामने आ रहा है। इसके साथ ही कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद का नाम भी राजीव सक्सेना ने लिया है। इससे पहले गांधी परिवार के करीबी अहमद पटेल का नाम भी इस मामले में सामने आ चुका है। राजीव सक्सेना ने कहा है कि इस मामले में अन्य आरोपित मिशेल, गौतम खेतान, एसएम गुप्ता और रातुल पुरी आदि ने राजनीतिक दबाव के चलते  एक परिवार का नाम नहीं लिया था।
केंद्रीय कानून मंत्री ने कहा कि मामले की जांच कर रहके प्रवर्तन निदेशालय (ई डी) को राजीव सक्सेना ने बताया कि पैसे नेताओं और वरिष्ठ अधिकारियों को दिए गए थे। टोटल किकबैक 70 मिलियन यूरो था। उन्होंने कहा कि अगर ‘ए पी’ का मतलब अहमद पटेल है का मतलब अहमद पटेल तो ‘एफएएम’ का मतलब भी सामने आना चाहिए। उल्लेखनीय है कि इस मामले में जो दस्तावेज बरामद हुए हैं उनमें उन लोगों के नाम कूटनीतिक तरीके से लिखे गए हैं। 
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ‘एफएएम’ का मतलब फैमिली है और सब जानते हैं कि कांग्रेस पार्टी में परिवार किसका है।भाजपा नेता ने कहा कि ये गंभीर आरोप कांग्रेस पार्टी के बड़े नेताओ पर लगे हैं। इस पर कांग्रेस पार्टी को सामने आकर जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि रक्षा सौदों में कांग्रेस पार्टी के नेताओ का नाम आता ही है, इससे साफ है कि हमारे देश की सुरक्षा के साथ कांग्रेस ऐसे ही खिलवाड़ करती रही है। सोनिया व राहुल को सामने आकर इसका जवाब देना चाहिए। 

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