नई दिल्ली। रसायन और उर्वरक मंत्रालय के तहत सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम बंगाल केमिकल्स एंड फ़ार्मास्यूटिकल लिमिटेड (बीसीपीएल) ने कोविड-19 महामारी के कारण बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अपने उत्पादन की मात्रा में वृद्धि की है। कंपनी ने एक दिन में फिनायल की 51,960 बोतलों का उत्पादन करके एक नया रिकॉर्ड बनाया है। पश्चिम बंगाल के […]
नई दिल्ली। रसायन और उर्वरक मंत्रालय के तहत सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम बंगाल केमिकल्स एंड फ़ार्मास्यूटिकल लिमिटेड (बीसीपीएल) ने कोविड-19 महामारी के कारण बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अपने उत्पादन की मात्रा में वृद्धि की है। कंपनी ने एक दिन में फिनायल की 51,960 बोतलों का उत्पादन करके एक नया रिकॉर्ड बनाया है। पश्चिम बंगाल के उत्तर 24-परगना स्थित बीपीसीएल इकाई ने यह उपलब्धि हासिल की है।
केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने कंपनी के प्रबंधन और कर्मचारियों को सर्वाधिक उत्पादन का रिकॉर्ड बनाने के लिए बधाई दी है। बीसीपीएल के निदेशक (वित्त) पीएम चंद्रैया ने कहा कि बीसीपीएल के 120 साल पुराने इतिहास का यह सर्वोच्च रिकॉर्ड है। जुलाई 2020 में हमने एक दिन में फिनायल की 38,000 बोतलों का उत्पादन करने में कामयाबी हासिल की थी। एक महीने में कंपनी ने अपनी उत्पादन क्षमता में वृद्धि की है और अब एक ही दिन में फिनायल की 50,000 से अधिक बोतलों का उत्पादन किया जा सकता है। 23 अगस्त को 51,960 बोतलों का उत्पादन किया गया।
बीसीपीएल ने कहा कि कंपनी कोविड -19 महामारी से पहले प्रतिदिन 15,000 बोतलों का उत्पादन करती थी। फिनायल की मासिक बिक्री 3 से 3.5 करोड़ रुपये के बीच थी। कोविड प्रकोप के बाद बिक्री एक महीने में 4.5 से 6 करोड़ रुपये तक पहुंच गयी, जो उत्पाद की भारी मांग का स्पष्ट संकेत देती है। कोविड -19 महामारी का मुकाबला करते हुए कर्मचारी इस सफाई उत्पाद की भारी मांग को पूरा करने के लिए 20 अक्टूबर (पूजा अवकाश) तक दो पालियों में काम करेंगे, जिसमें सभी रविवार और छुट्टियां भी शामिल हैं।
बीपीसीएल भारत की पहली फार्मास्युटिकल कंपनी है जो कई घरेलू, फार्मा और औद्योगिक उत्पादों का निर्माण करती है।
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