भारतीय वैज्ञानिक ने बृहस्पति से 13 गुना बड़े ग्रह का पता लगाया
731 प्रकाश वर्ष है पृथ्वी से दूरी, 7.24 दिनों में तारे की परिक्रमा पूरी करता है
अहमदाबाद की भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला (पीआरएल) के प्रोफेसर अभिजीत चक्रवर्ती के नेतृत्व में वैज्ञानिकों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने सबसे घने बाह्य ग्रह खोजा है । यह ग्रह बृहस्पति से 13 गुना बड़ा है। इसे , नाम दिया गया है जो एचडी 245134 नामक तारे की परिक्रमा कर रहा है । यह भारत के पीआरएल वैज्ञानिकों द्वारा खोजा गया तीसरा बाह्यग्रह है । इस खोज को एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स लेटर्स जर्नल में प्रकाशित किया गया है।
स्वदेशी पारस का किया इस्तेमाल
वैज्ञानिकों की अंतरराष्ट्रीय टीम में भारत, जर्मनी, स्विटजरलैंड और अमेरिका के शोधकर्ता शामिल थे। उन्होंने इस खोज के लिए स्वदेशी पीआरएल एडवांस्ड रेडियल - वेलोसिटी अबू- स्काई सर्च स्पेक्ट्रोग्राफ (पासर) का इस्तेमाल किया। वहीं, ग्रह के द्रव्यमान को सटीक रूप से मापने के लिए माउंट आबू में मौजूद गुरुशिखर वेधशाला का प्रयोग किया। इसका द्रव्यमान 14 ग्राम प्रति घन मीटर है।
अत्यधिक गर्म है ग्रह
यह ग्रह पृथ्वी से 731 प्रकाश वर्ष दूर स्थित है और हर 7.24 दिनों में अपने तारे की परिक्रमा करता है । यह ग्रह 1396 डिग्री सेल्सियस के तापमान के साथ अत्यधिक गर्म है। इन ग्रहों का द्रव्यमान बृहस्पति के द्रव्यमान के 11 से 16 गुना तक है और वर्तमान में इस द्रव्यमान श्रेणी में पांच से कम एक्सोप्लैनेट ज्ञात हैं । इसरो ने नए खोजा गए बाह्य ग्रह के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इसकी अपने तारे से दूरी सूर्य और पृथ्वी के बीच की दूरी की दसवें हिस्से के बराबर है।
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