अखिल भारतीय मुशायरा सह कवि सम्मेलन अपने उद्देश्यों मे सफल; आयोजक मण्डल सवालों के घेरे मे
सागर सूरज
मोतिहारी। सर सैयद वेलफेयर सोसायटी के तत्वाधान में आयोजित छठे अखिल भारतीय मुशायरा सह कवि सम्मेलन अपने उद्देश्यों मे सफल रहा। गुलाबी ठंड और साथ मे राष्ट्रीय शायरों के बेहतरीन कलाम शहरवासियों के बीच उर्दू को स्थापित करने मे पुनः सफल रही, साथ ही हिन्दी के कवियों एवं दर्शकों की जबरदश्त उपस्थिती ने ज़िले के चीर-परिचित गंगा जामुनी तहज़ीब को पुनर्जीवित करने का काम किया।
उपस्थित बेहतरीन शायरों ने चर्चित कवि कुमार विश्वास की अनुपस्थिति से मायूस दर्शकों के बीच अपने आप को स्थापित करने मे सफल रहे। पूर्व से ही कुमार विश्वास के इस मुशायरे मे आने की खबर फैलाई गयी थी।
कार्यक्रम की आगाज बिहार सरकार के कला एवं युवा संस्कृति मंत्री प्रमोद कुमार एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार व पूर्व मंत्री अली अशरफ फातमी के द्वारा दीप प्रज्वल्लित कर किया। सम्मान समारोह के बाद शेरो- शायरी की रंगीन शाम शुरू हो गयी ,जो देर रात तक बिना किसी व्यवधान के चलती रही।
सबसे पहले युवा शायरा निख्खत मुरदाबादी ने अपने शायरी के माध्यम से प्रेम को परिभाषित करते हुये युवा दिलों मे जोश पैदा करने का जोरदार प्रयास किया।
निख्खत के बाद महरूम मलेगाव ने अपने बेहतरीन शायरी की अदायगी से लोगो को लोटपोट कर दिया वही रहमतुल्लाह अचानक शायरी भी महरूम मलेगावों की तरह ही लोगों को हसाने का कार्य किया। मालेगाव ने अपने बेहतरीन अभिनय के साथ साथ शायरी का भी लोहा दर्शकों को मनवाया।
मुशायरा में राही बस्तवी, ताहिर फराज, इकबाल अशअर, अतुल अजनबी, शबीना अदीब, अना देहलवी, नदीम फर्रुख, तंग इनायतपुरी, मरहूम मलेगांवी, शबाना शबनम, मिसम गोपालपुरी, रहमतुल्लाह अचानक, अनिल चौबे, निकहत मुरादाबादी एवं शंकर कैमुरी आदि शायरों ने मुशायरा मे चार चाँद लगा दिया।
हसीम फेरोजबादी की राष्ट्रवादी शेर ‘जिनके हाथों से तिरंगा न संभाली जाये, वैसे नेतावों को संसद से निकली जाये के माध्यम से वर्तमान राजनीतिक ब्यावस्था पर कुठाराघात किया गया वही अल्पसंख्यकों के राष्ट्र- प्रेम को भी इंगित करने करने का प्रयास किया गया ।
प्रो अरुण कुमार मिश्र की प्रारम्भिक संचालन के माध्यम से गजल एवं उसकी उत्पत्ति एवं उर्दू शायरी की बेहतरीन जानकारी दर्शकों को भा रही थी तो वही आयोजकों के ऊपर कुब्यवस्था का भी आरोप लग रहा था। कुमार विश्वास के नाम पर लाखों रुपए चंदे की नाम वसूली एवं देर रात तक चंदा देने वालों को सम्मानित कर उनको खामोश करने का प्रयास भी खासे चर्चा मे रहा ।
हालांकि कुछ सम्मानित लोगों को भी इसी फेहरिस्त मे सम्मानित किया गया। एसएम ओजैर हाशमी उत्कृष्ट नागरिक सम्मान श्रीप्रकाश चौधरी, सर सैयद उत्कृष्ट नागरिक सम्मान-वरीय गांधीवादी ब्रजकिशोर सिंह, सर सैयद लिट्रेरी सम्मान (हिंदी)- डॉ हरिंद्र हिमकर, सर सैयद लिट्रेरी सम्मान (उर्दू) डॉ हातिम जावेद, सर सैयद लिट्रेरी सम्मान (उर्दू मजाहिया शायरी) डॉ सबा अख्तर, सर सैयद उत्कृष्ट चिकित्सक सम्मान डॉ. राकेश कुमार, सर सैयद उत्कृष्ट महिला चिकित्सक सम्मान-डॉ. हेना चंद्रा, सर सैयद उत्कृष्ट चिकित्सक (होमियोपैथी) सम्मान- डॉ. अशोक कुमार, सर सैयद उत्कृष्ट चिकित्सक (आयूष) सम्मान-डॉ० एम मिन्नतुल्लाह, सर सैयद खेल सम्मान, अंजली कुमारी, सर सैयद पर्यावरण संरक्षण सम्मान, सुशील कुमार, सर सैयद स्वच्छता सम्मान, केशव कृष्ण एवं उत्कृष्ट ट्रैफिक सेवा सम्मान नगर थानाध्यक्ष अभय कुमार को देने का निर्णय समिति ने किया था।
आयोजन समिति में डॉ. अरुण कुमार, अरुण यादव, परवेज खान, धर्मवीर प्रसाद, मो. कलाम, डॉ. कुमकुम सिन्हा, साजिद रजा, गुलरेज शहजाद, गुड्डू खान, महफूज़ खान, जहूर आलम, डॉ. सबा अख्तर, रूहुल हक हमदम, मो. नुरैन, राशिद फरहान, अकील मुश्ताक, कलीमुल्लाह कलीम, अनवर कमाल, डॉ. खतीबुल्लाह, डॉ. अब्दुल खबीर, इकबाल अंसारी, डॉ. अंजुम परवेज, सबा खान, डॉ. शमीम, डॉ. ओमैस अख्तर, अबु सलमान, सोहराब आलम, शफी आलम अंसारी सहित बड़ी संख्या में अन्य लोग उपस्थित थे।
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