पूर्वी चंपारण । जिले के पकड़ीदयाल प्रखंड क्षेत्र के राजेपुर नवादा में मनरेगा योजना से हुए विकास कार्यों पर संकट के बादल छाते नजर आ रहे है , मनरेगा योजना से हो रहे कार्यों में बड़े पैमाने पर घोटाले का आरोप है । मुखिया उमा देवी व सभी वार्ड पार्षदों के द्वारा कराए गए कार्य की उच्चस्तरीय जांच के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय से इसकी शिकायत की गई है । प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग भारत सरकार के ऑनलाइन पोर्टल से शिकायतकर्ता रामएकबाल सिंह ने नवादा के मुखिया उमा देवी के द्वारा कराए गए सभी विकास कार्यों की जांच की मांग की , साथ ही मनरेगा योजना के तहत हुए सभी विकास कार्यों में वितीय अनियमितता के आरोप लगाए गए हैं। 8 नवंबर 2019 को पीएमओ से शिकायतकर्ता ने प्रखंड व जिला के अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि शिकायत के बावजूद इसकी जांच नही कराई जाती है । केंद्रीय टीम के द्वारा इसकी निष्पक्ष जांच कराने की मांग की गई है। वही पीएमओ ने 15 नवंबर को संज्ञान लेते हुए मोतिहारी डीएम रमण कुमार को जांच का आदेश दिया है । बता दें कि वर्ष 2017 में मुखिया उमा देवी व मुखिया पति रविन्द्र पडित पर आरोप लगा कि मनरेगा मजदूर के बिना जानकारी के उसके खाता से पैसे की निकासी कर ली गई । पकड़ीदयाल के तत्कालीन प्रभारी बीडीओ शशिकांत से इस मामले की शिकायत की गई लेकिन इतने संगीन मामले को भी संज्ञान में लेकर जांच और कार्यवाई नही की गई । इसके बाद मनरेगा से हो रहे कार्यों में अनियमितता के आरोप को लेकर कई बार प्रखंड से लेकर जिला तक ग्रामीणों ने इसकी शिकायत की लेकिन कोई जांच और कार्यवाई नही की गई । इसके बाद अब मनरेगा घोटाले की शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय से की गई , जिसके बाद मोतिहारी डीएम को जांच का आदेश दिया गया है।
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