विश्व में शांति और भाईचारे के लिए प्रभु इशु के रास्ते को अपनाना जरुरी
संत फ्रांसिस अकादमी के बाहर लगे मेले में युवाओं और युवतिओं की देखी गयी भीड़
मोतिहारी : शहर में क्रिसमस डे को लेकर दिन भर रौनक रही और इसको लेकर बाजारों में जमकर खरीददारी और खास तौर पर बच्चों में उत्साह देखा जा रहा है, जिसे देखते हुए आज दिन भर बरियारपुर स्थित संत फ्रांसिस अकादमी के बाहर लगे मेले में युवाओं और युवतिओं की भीड़ देखी गयी |
मेरे में खाने के सामानों के साथ साथ सांता क्लोज की मूर्तियाँ की खरीददारी होती दिखी| सांता क्लॉज के केक भी बच्चों के बीच आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. मेले में क्रिसमस-डे को लेकर दुकानदारों में खासा उत्साह देखा जा रहा है. सांता क्लॉज की ड्रेस और किसमस ट्री की भी जमकर खरीददारी हो रही है.
बाजारों में विभिन्न विभिन्न तरह के क्रिसमस ट्री, जिंगल बेल, सांता की ड्रेस और टोपियां मौजूद हैं. क्रिसमस ट्री जहां 300 रुपये से लेकर 2000 रुपए तो सांता की ड्रेस 275 रुपये से तीन हजार रुपये तक में बिक रही हैं. टोपियों के साथ-साथ सांता हेयर बैंड भी आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. म्यूजिक बजाते हुए डांस करता हुआ सांता क्लाज (खिलौना) लोगों को काफी पसंद आ रहा है.इसके अलावा घड़ियां, लड़ियां, म्यूजिकल खिलौनों से दुकानें सजी हुई हैं. दुकानदारों ने बताया कि पिछली बार कोरोना के चलते कारोबार प्रभावित हुआ था, लेकिन इस बार मुनाफा होने की उम्मीद बढ़ी है.
ईसाई धर्म का प्रमुख त्यौहार
क्रिसमस ईसाई धर्म के लोगों का सबसे प्रमुख त्योहार है, जिसे हर साल 25 दिसंबर के दिन क्रिसमस डे के रूप में मनाया जाता है. ईसाई धर्म के लोग इस दिन को यीशू मसीह के जन्मदिन के रूप में मनाते हैं. भारत में भी ईसाई धर्म के साथ अन्य सभी धर्म के लोग क्रिसमस का त्यौहार धूमधाम के साथ मनाते हैं.
पत्रकारों से बात करते हुए संत फ्रांसिस अकादमी के फादर समीर और ब्रेज़िल ने उक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध पर चर्चा करते हुए कहा कि विश्व में शांति और भाईचारे को स्थापित करने के लिए प्रभु युशु के द्वारा बताए गए रस्ते पर चलना आवश्यक है |
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